वैसे तो भाजपा देवास जिले में जिलाध्यक्ष के दावेदार बहुत ही ज्यादा है लेकिन ऐसे लोग कही ज्यादा है जो अपने राजनीतिक सम्बन्धो से दावेदारी पेश कर रहे हैं
जिस प्रकार से पिछले दौर को देखा जाता हैं तो वर्तमान जिलाध्यक्ष राजीव खण्डेलवाल का कार्यकाल सबसे अधिक जिम्मेदारी भरा रहा है और उनके कार्यकाल में देवास जिले की पांचो विधानसभा सीटे पहली बार भाजपा ने जीती थी ऐसी उपलब्धि पाने वाले वो पहले जिलाध्यक्ष है वे खुद भी दावेदार है
इस बार देवास राजनीति के केंद्र की धुरी देवास पैलेस से किसको आगे बढ़ाया जाता है देखना होगा क्योंकि वहाँ पर उनके आशीर्वाद से ही भाजपा में लोग आगे बढ़ते हैं
वैसे भी कोई नरेंद्र सिंह तोमर,तो कोई कैलाश विजयवर्गीय, कोई अपनी जाति समीकरण, तो कोई विधायकों के भरोसे अपना नाम आगे बढ़ा रहे हैं वैसे तो इस दौड़ में कई पूर्व पदाधिकारी भी शामिल हैं लेकिन भाजपा का प्रदेश संगठन किसको देवास जिले का जिलाध्यक्ष बनाता है इसमें कई युवा शक्ति है तो यहां पर पचास पार के नेता भी दौड़ लगा रहे हैं साथ ही जिस प्रकार से नगरीय निकाय के चुनाव में देवास सांसद के गुट को तरजीह दी गई थी तो कुछ सांसद गुट के नेताओं को भी अपनी दावेदारी पेश करने का मौका मिला है तो वे भी सांसद जी के द्वारा अपनी दावेदारी पेश करेंगे
हमारा आंकलन है कि देवास जिले के मंडल अध्यक्ष के साथ विधायकों की रायशुमारी के साथ सांसद की भी राय जानी जाएगी और बहुमत से जिसका भी नाम सामने आएगा उसको देवास जिले का भाजपा अध्यक्ष बनाया जा सकता है
यदि जातिगत समीकरण को देखा जाता है तो ओ बी सी ,पिछड़ा वर्ग, या ब्राह्मण वर्ग को पद दिया जा सकता है लेकिन इसमें भी दावेदार का संघ व संगठन में उत्कृष्ट कार्य आवश्यक होगा