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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के व प्रदेश के मुख्यमंत्री के आदेशों के बाद भी सरकारी कर्मचारी उनकी मंशा के अनुरूप नहीं कर रहे कार्य जनता हो रही है पीड़ित

 देवास जिले के हाल बेहाल हैं किसान को उसके कार्य के लिए अटकाना लटकाना व भटकाना जिसके लिए मध्यप्रदेश सरकार के साफ आदेश के बाद भी मध्यप्रदेश की जनता को शासकीय सेवक ऐसे ही कार्य कर रहे हैं उन्हें किसी का भी डर नही है हाटपीपल्या का किसान को किस प्रकार से परेशान कर रहे हैं आप भी देखे

देवास जिला मुख्यालय पर हर मंगलवार को ऐसे ही मामले सामने आते है पिछले दिनों में ही बागली के सी एम राइज स्कूल का मामला सामने आया था कि प्रभारी प्राचार्य ने अपने अधिकार क्षेत्र के बाहर जाकर हाई कोर्ट के आदेश के बाद भी दो महिला शिक्षिकाओं को स्कूल से निकाल दिया और साथ ही जिला शिक्षा अधिकारी के नाम पर 30 ,30 हजार रुपए की मांग भी कर डाली ऐसे अधिकारी को तुरंत हटाकर जिला प्रशासन को निष्पक्ष जांच करवानी चाहिए

हाटपीपल्या के किसान पंकज मंडलोई को हाटपीपल्या के पटवारी, रेवेन्यू इंस्पेक्टर, व तहसीलदार कैसे कैसे अटकाने,लटकाने भटकाने के प्रयास कर रहे हैं वह किसान जो कि हाटपीपल्या क्षेत्र के लिए कुछ अच्छा करने के लिए प्रदेश के पहली देशी सब्जियों के लिए काम करना चाहता है उसे परेशान किया जा रहा है










जनवरी में दे चुका था 115 का आवेदन पटवारी ने मार्च में कहा आवेदन हमारे पास आ गया है फिर जून में कहा नक्शा और जमीन का बंदोबस्त चाहिए तब जुलाई में वह भी उपलब्ध करवा दिया फिर भी आजकल करते करते नवंबर हो गया तब माननीय सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज कराई फिर पटवारी ने कहा शिकायत उठा लिजिए मैंने मना कर दिया तो आप स्वयं देख लिजिए हेल्पलाइन पर रिटर्न जवाब क्या दिया है पटवारी ने