प्रयागराज कुंभ को लेकर देवास में भी तैयारी शुरू हो गई है मान्यता
के अनुसार 6 वर्ष में लगने वाला अर्ध कुंभ 12 वर्ष में लगने वाला कुंभ 12X12=144 वर्षों बाद महाकुंभ आयोजन 13 जनवरी 2025 से प्रयागराज में होने जा रहा है! ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है 45 दिन के इस महाकुंभ में देश विदेश से लगभग 35 करोड़ सनातनी वहां प्रयागराज में आ सकते है! इसके निमित्य पर्यावरण गतिविधि के द्वारा देश भर में चल रहे महाकुंभ को "हरित महाकुंभ" डिस्पोजल प्लास्टीक फ्री बनाने कें *"एक थैला-एक थाली"* सग्रह अभियान के द्वारा देवास से 35 हजार थाली और 35 हजार कपडे के थैले प्रयागराज भेजे जा रहे हैं इसके लिए समाज के प्रत्येक वर्ग माता बच्चों में कुंभ के इस विचार को लेकर बडी उत्सुकता लोगो में देखने को मिल रही है! महिला और बच्चों से लेकर महाकुंभ के महत्व के जानकर संत समाज आव्हान पर परिवारो द्वारा समाज सेवी गुलाबचंन्द्र जी जैन परिवार और श्री राजेश जी गोयल 111-111(थालिया-थैले)
संस्था नर-नारायण के संस्थापक जितेंद्रजी वर्मा, श्री अनिल जी खरे,श्री हेमेन्द्र जी कानुनगो, डाँ अशोक सेन,
स्व.अरविन्दजी रागंणेकर कि सृमति में परिवार द्वारा, 101-101(थाली और थैलिया) इसी क्रम में मनोज जी गर्ग हरीश जी जैन, चैतन्य जी पवार, डॉ चंद्रभान सिंह सोनी, जयपाल सिह झाला,धनंजय सिहं, जितेन्द्र सिंह, सिसोदिया देवकरण जी पांचाल, सिलेक्ट सिटी नरेंद्र जी यादव और श्रीमती सविता मनीष शर्मा सभी परिवार द्वारा 51-51 कि सख्या में (थाली और थैले) दान और भेट किये जा रहे है!इस अभियान को घर-घर पहुंचने के लिए प्रांत के पर्यावरण *संयोजक कैलाश जी चंद्रावत विभाग के ओमप्रकाशजी जगावत, जिला संयोजक रमेश जी राजपूत "उपनगर संयोजक पवनजी भुजाडे, वरिष्ट मंयकजीशुक्ला ,कपीलजी सिलावट, हरिश जी जैन, उमाशंकरजी श्रीवास्तव,अन्य कार्यकरता* के माध्यम से समाज के जन जन तक पहुचाया जा रहा है!