1,देवास जिला मुख्यालय पर चल रहे अवैध अहातों व नियम विरुद्ध चल रही दुकानों को देवास जिले का आबकारी विभाग देख नही पा रहा है या फिर देखना नही चाहता सबसे पहले भोपाल रोड पर स्थित शराब दुकान नियम के विरुद्ध चल रही है साथ ही दुकान से पानी व चखने का व्यवसाय किया जा रहा है
गौरतलब है कि इस दुकान के बगल में जो स्थान है वहाँ पर शराब खोरी करने वाले लोगों का जमावड़ा लगा रहता है साथ ही वही पर इंदौर से होते हुए भोपाल रोड से अन्य शहरों को जाने वाली व आनेवाली बसों का स्टापेज होने के कारण वहाँ पर सभी लोग वहाँ से बसों में चढ़ते उतरते हैं परिवार के साथ जिससे देवास जिले की साख पर बट्टा लगता है साथ ही यह दुकान आबकारी विभाग के नियम के विरुद्ध रोड से 200 मीटर की दूरी नही चलाई जा रही है बल्कि रोड के किनारे पर चलाई जा रही है
2,इसी रोड पर आगे स्तिथ खताम्बा शराब दुकान वह भी 200 मीटर की दूरी वाले नियम के विरुद्ध चलाई जा रही है इसके आगे की दुकान भी अरनिया में वह भी ऐसे ही चलाई जा रही है
3,आगरा रोड पर स्थित सिया शराब दुकान भी नियम विरुद्ध चलाई जा रही है वैसे तो जिले भर में ऐसी कई दुकानें है जो नियम विरुद्ध चलाई जा रही है आबकारी विभाग यदि जाँच करें तो सामने आये सारे मामले किंतु लगता है कि आबकारी विभाग को सिर्फ अपने ठेकेदार व अपने हितों की परवाह कर रहा है जिले के नागरिकों की कोई चिंता नहीं है
इंदौर रोड पर अभी एक ओर नया अहाता शुरू हो गया है जिसके नाम मे ही संचालक ने अपनी अक्ल से खाने पीने की व्यवस्था वाला ठिया चालू कर दिया है शहर भर में ऐसे अनेको होटल व ढाबे है जहाँ पर आपको जो भी शराब चाहिए वह शराब दुकान से कम कीमत में आपको दे देंगे उज्जैन रोड पर शराब दुकान के सामने ही अवैध अहाता चल रहा है
ऐसा कैसे हो सकता है कि आबकारी विभाग के अधिकारियों व बिट अधिकारी के बगैर जानकारी के शराब का व्यवसाय किया जा रहा है पूर्व मुख्यमंत्री ने जब शराब दुकान के बगल में चल रहे अहातों को बंद किया था तो उनकी मंशा अहातों को बंद करने की थी साथ ही शराब के कारण जो दुर्घटनाओं में वर्द्धि हो रही थी उसमें कमी लाने का प्रयास किया था ताकि लोग शराब खरीद कर अपने घर में ही पिये लेकिन आबकारी विभाग के आशीर्वाद से जिले भर में शराब की बिक्री व पीने के स्थानों में बढ़ोतरी हुई है
अभी सतवास में भी अहाते को अवैध रूप से चलाया जा रहा है साथ ही वहाँ पर मौजूद अधिकारी व कर्मचारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं
देवास जिले के ग्रामीण इलाकों में भी शराब की अवैध रूप से बिक्री व अवैध अहातों का संचालन निर्बाध रूप से अधिकारियों की सहमति से ठेकेदार के साथ आबकारी विभाग भी मस्त हो रहा है
यदि आबकारी विभाग यह कहे कि यह बात हम लोगों की जानकारी में नही है तो हमने तो कुछ नाम दिये हैं बाकी के लिए हम उनके साथ चल सकते हैं
देवास। नगर पंचायत करनावद के ग्रामीण क्षेत्र में बिना शासन की अनुमति के शराब की अवैध दुकान संचालित हो रही है। स्थानीय रहवासियों और सूत्रों के अनुसार, यह ठेका भाजपा के एक बड़े नेता द्वारा दबंगता दिखाते हुए संचालित किया जा रहा है। इंदौर-बैतूल हाईवे पर शासकीय मदिरा दुकान का लाइसेंस होने के बावजूद गांव के अंदर अवैध रूप से देसी और विदेशी शराब की बिक्री खुलेआम की जा रही है।
गांव के रहवासियों ने बताया कि शराब ठेके के पास हर दिन शराबियों का जमावड़ा रहता है। ठेके पर बैठकर शराब पीने की पूरी व्यवस्था की गई है, जिससे स्थानीय लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सभ्य परिवारों ने इस अवैध ठेके पर कड़ी आपत्ति जताई है।
स्थानीय सूत्रों का कहना है कि आबकारी विभाग को इस अवैध ठेके की जानकारी है, लेकिन बड़े नेता के प्रभाव के चलते कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही है। केवल दिखावे के लिए छुटपुट कार्रवाई कर दी जाती है।
जब इस संबंध में जिला आबकारी अधिकारी मंदाकिनी दीक्षित से बात करने की कोशिश की गई, तो उन्होंने फोन उठाना उचित नहीं समझा। वहीं, स्थानीय उप आबकारी निरीक्षक का कहना है कि वे हाल ही में कार्रवाई कर चुके हैं और आगे शिकायत मिलने पर फिर से कार्रवाई करेंगे।
करनावद के ग्रामवासियों ने प्रशासन से मांग की है कि इस अवैध शराब ठेके को तुरंत बंद कराया जाए और ठेकेदार के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए। यदि प्रशासन इस मामले में निष्क्रिय रहा, तो ग्रामीण आंदोलन करने पर मजबूर हो सकते हैं।
अब देखना यह होगा कि खबर प्रकाशित होने के बाद प्रशासन इस अवैध ठेके के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई करता है या फिर यह मामला यूं ही दबा दिया जाता है।