रतलाम : महा आंदोलन की अनुमति नहीं मिलने के बावजूद भारतीय आदिवासी पार्टी के विधायक कमलेश्वर डोडियार अपने समर्थकों के साथ बंजली हवाई पट्टी पर धरना देने पहुंचे. कानून व्यवस्था बिगड़ने और बिना अनुमति धरना प्रदर्शन करने के मामले में उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है. आदिवासी संगठन जयस और विधायक कमलेश्वर डोडियार ने बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं के जुड़ने का दावा किया था. हालांकि दावे के अनुसार कार्यकर्ता नहीं पहुंचे. बता दें कि कमलेश्वर डोडियार झोपड़ी वाले विधायक के नाम से मशहूर हैं
बीते दिनों में विधायक कमलेश्वर डोडियार अपने समर्थकों के साथ जिला अस्पताल रात को अस्पताल का निरीक्षण करने पहुंच गए थे और वहाँ पर उनका ड्यूटी पर तेनात डॉक्टर से विवाद हो गया था जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था जिसमें उनके समर्थकों ओर डॉक्टर के बीच कहा सुनी हो गई थी
दरअसल, बीते दिनों जिला अस्पताल का निरीक्षण करने पहुंचे सैलाना विधायक कमलेश्वर डोडियार का ड्यूटी डॉ.सीपीएस राठौर से विवाद हो गया था. विधायक ने मोबाइल वीडियो के साथ स्टेशन रोड थाने पर शिकायत दर्ज करवाई थी. इसके बाद डॉक्टर ने भी विधायक और उसके सहयोगियों पर धमकाने और गालीगलौज करने की शिकायत की थी. पुलिस ने दोनों आवेदकों की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए प्रकरण दर्ज किए
जिला अस्पताल के डॉक्टरों द्वारा सैलाना विधायक कमलेश्वर डोडियार के व्यवहार की शिकायत कलेक्टर से मिलकर किए जाने और डॉ.जीपीएस राठौर पर अब तक निलंबन की कार्रवाई नहीं होने से नाराज विधायक कमलेश्वर डोडियार ने 11 दिसंबर को विरोध प्रदर्शन करने का ऐलान कर दिया. इसके बाद बुधवार महाआंदोलन करने के पहले ही रतलाम पुलिस ने कमलेश्वर डोडियार को गिरफ्तार कर लिया.
वहीं, इस विवाद में अब राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना भी मैदान में उतर आई है. डॉ.सीपीएस राठौर के समर्थन में करणी सेना के शिवप्रताप सिंह ने वीडियो जारी कर कमलेश्वर डोडियार के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है. सोशल मीडिया में राजपूत समाज को लेकर जयस कार्यकर्ताओं द्वारा की जा रही टिप्पणियों को लेकर नाराजगी है. करणी सेना ने अभद्र टिप्पणी करने वालों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग पुलिस प्रशासन से की है.
रतलाम पुलिस ने की विधायक की गिरफ्तारी की पुष्टि
आंदोलन शुरू होने से पहले ही भारतीय आदिवासी पार्टी के विधायक कमलेश्वर डोडियार की गिरफ्तारी के बाद जयस के नेताओं का कहना है कि वह शांतिपूर्वक ज्ञापन देना चाहते थे. उनके कार्यकर्ताओं को जगह-जगह रोका गया है. जितनी संख्या में जो कार्यकर्ता पहुंचे, वह ज्ञापन देकर वापस लौट जाएंगे. रतलाम एडिशनल एसपी राकेश खाखा का कहना है "बगैर परमिशन के धरना देने के कारण विधायक की गिरफ्तारी की गई है."