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दिल्ली चुनाव में आम आदमी पार्टी ने फूंका बिगुल

 दिल्ली में सियासी पुष्पा अंदाज केजरीवाल की झुकेगा नहीं स्टाइल अब चुनावी पोस्टरों में

दिल्ली में चुनाव के नजदीक आने के साथ ही भारतीय जनता पार्टी और आम आदमी पार्टी में पोस्टर जंग छिड़ गई है आम आदमी पार्टी के पोस्टर के जवाब में भारतीय जनता पार्टी ने उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के पड़पड गंज से चुनाव नही लड़ने को रणछोड़ की उपाधि दी है

जहां एक और आम आदमी पार्टी ने सबसे पहले अपने उम्मीदवार की घोषणा कर के पहली बढ़त हासिल की है वहीं भारतीय जनता पार्टी में अभी उम्मीदवारो की लिस्ट तैयार नहीं है

इस बार दिल्ली का चुनाव बड़ा ही रोचक होने वाला है आम आदमी पार्टी ने अपने कई उम्मीदवार की सीट बदली है वहीं 17 विधायकों के टिकट काटे है

गौरतलब है कि ये सारे पैतरे आम आदमी पार्टी ने भारतीय जनता पार्टी से ही सीखे है हर चुनाव में भारतीय जनता पार्टी अपने उम्मीदवार को पहले घोषित कर क्षेत्र में अपनी पकड़ बनाने के लिए समय प्रदान करती है

दिल्ली की सियासत अब पूरी तरह से फिल्मी मोड पर आ गई है जहां एक ओर *भा.ज.पा.* (BJP) ने दिल्ली सरकार के 'कथित' घोटालों के आरोपों को लेकर सोशल मीडिया पर पोस्टर जारी किया, वहीं  ने इसे बड़े ही फिल्मी अंदाज में पलटवार किया। 


 का नया पोस्टर कहता हैं फिर आ रहा है केजरीवाल जिसमें अरविंद केजरीवाल को हाथ में झाड़ू थामे हुए दिखाया गया है। इस पोस्टर में एक फिल्मी अंदाज छुपा है, बिल्कुल उसी तरह जैसे फिल्म 'पुष्पा' में हीरो पुष्पा राज का डायलॉग मैं झुकेगा नहीं सुर्खियों में था।



आम आदमी पार्टी का यह पोस्टर सिर्फ राजनीतिक बयान नहीं, बल्कि एक संदेश भी है

यह भी देखना होगा कि भारतीय जनता पार्टी जोकि सम्पूर्ण भारत में अपनी विजय पताका फहरा रही है लेकिन देश की राजधानी दिल्ली में अभी तक सफल नहीं हो पाई है क्या इसबार ऐसा हो पायेगा देखना होगा



अब दिल्ली की सियासत में यह जंग सिर्फ शब्दों तक सीमित नहीं रही। भाजपा और आम आदमी पार्टीदोनों ने अपनी चुनावी तैयारियों के तहत पोस्टर वार शुरू कर दिया है। यह चुनावी जंग अब  फिल्मों के अंदाज में हो रही है।


'पुष्पा' में एक साधारण आदमी की कहानी दिखाई जाती है, जो कठिनाइयों और संघर्षों के बावजूद अपने रास्ते पर डटा रहता है। अब, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी इसी रास्ते पर है हर राजनीतिक मुश्किल को चीरते हुए। उनका संदेश स्पष्ट है मैं झुकेगा नहीं


अब सवाल यह है कि क्या आम आदमी पार्टी अपनी फिल्मी शैली से दिल्ली की सियासत में वही करिश्मा दिखा पाएगी, जो फिल्म में हुआ था? या फिर भारतीय जनता पार्टी की ओर से आए नए आरोपों और पोस्टरों के सामने उन्हें अपनी शक्ति साबित करनी पड़ेगी?


चुनावों की तरफ बढ़ते कदम

चुनावों की तारीखें भले ही अभी घोषित न हुई हों, लेकिन आम आदमी पार्टी और भा.ज.पा. दोनों ने अपनी रणनीतियां शुरू कर दी हैं। अब दिल्ली की सियासत में क्या सिर्फ पोस्टर वॉर होगा, या फिर चुनावी रण में कुछ नया देखने को मिलेगा, यह तो आनेवाले वक्त में ही पता चलेगा।


अंतिम सवाल

क्या इस बार दिल्ली में आम आदमी पार्टी अपनी फिल्मी अंदाज में सियासी जीत हासिल करेगी, या फिर भाजपा को झुका पाएगी? यह तो वक्त ही बताएगा ?