अजित लाड़
महाराष्ट्र के ओरांगाबाद के बिल्डर किशोर लोहकरे की हत्या का बड़ा खुलासा
सस्ता सोना देने का लालच देकर बिल्डर किशोर क़ो ओम्कारेश्वर बुलाया था, 10 लाख लूट कर कर दी थी हत्या
महाराष्ट्र के नामी बिल्डर और व्यापारी किशोर लोहकरे की हत्या का रहस्य आखिरकार सुलझ गया है। खरगोन जिले के सनावद पुलिस ने हत्या के मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि एक अब भी फरार है। आइए जानते हैं इस जघन्य हत्याकांड की पूरी कहानी।
9 अक्टूबर 2024 को सनावद थाना क्षेत्र के ग्राम बिंजलवाड़ा के जंगल में सूखे नाले के पास एक अधजली लाश मिली। शव की पहचान औरंगाबाद के व्यापारी किशोर लोहकरे के रूप में हुई। पुलिस जांच में पता चला कि यह हत्या योजनाबद्ध तरीके से की गई थी।
हत्या का मास्टरमाइंड मृतक का विश्वसनीय ड्राइवर जावेद शेख ही निकला। उसने अपने साथियों तुलसीराम सोलंकी, मुकेश सोलंकी, कमलेश पाटीदार और सरदार जमरे के साथ मिलकर इस घटना को अंजाम दिया।
जांच में खुलासा हुआ कि किशोर लोहकरे को सोने के सस्ते सौदे का लालच देकर खंडवा बुलाया गया था। 26 सितंबर को किशोर, जावेद के साथ ओंकारेश्वर के दर्शन करने के बाद खंडवा पहुंचे। यहां आरोपी तुलसीराम ने उन्हें सोने का खजाना दिखाने का झांसा देकर जंगल में बुलाया।
जावेद ने हमें गुमराह करने की कोशिश की थी। लेकिन हमें शुरू से ही संदेह था कि यह हत्या साजिशन की गई है।
बिंजलवाड़ा के जंगल में आरोपियों ने किशोर लोहकरे की गला घोंटकर हत्या कर दी और पहचान मिटाने के लिए उनके शव को पेट्रोल डालकर जला दिया।
ड्राइवर जावेद और तुलसीराम ने इस साजिश की पूरी योजना बनाई थी। तुलसीराम ने खजाने में मिले सोने का झांसा दिया, जबकि अन्य आरोपियों ने हत्या में सहयोग किया।
पुलिस ने चार आरोपियों जावेद शेख, तुलसीराम सोलंकी, मुकेश सोलंकी, और सरदार जमरे—को गिरफ्तार कर लिया है। कमलेश पाटीदार अभी फरार है और उसकी तलाश जारी है।
इस हत्या ने यह दिखाया कि लालच और विश्वासघात किस तरह इंसान को अंधा बना सकता है। पुलिस की सतर्कता और त्वरित कार्रवाई से इस हत्याकांड का पर्दाफाश हो गया है, परन्तु आज भी कई लोग सस्ता सोना खरीदने कि लालच मे ना केवल ठगे जाते बल्कि कई बार अपनी जान भी गवा देते हैं, अगर आपको भी कोई बहुत सस्ते मे कोई कीमती वस्तु दिलाने या देने कि बात करें तो ऐसे लोगों से सावधान रहे।