बैंक ऑफ इंडिया के कर्मचारी वृद्ध महिला को दे रहे मानसिक प्रताड़ना
जिलाधीश को दिया आवेदन, बैंक कर्मचारियों पर लगाया गबन का आरोप
देवास। बैंक ऑफ इंडिया के कर्मचारियों द्वारा 72 वर्ष की वृद्ध महिला को 4 साल से मानसिक रूप से प्रताडि़त किया जा रहा है। 72 वर्षीय माहेश्वरी सिंह ने जिलाधीश को आवेदन देकर बताया कि मेरे पति नग नारायण सिंह पिता हर्षनाथ के नाम पर बैंक ऑफ इंडिया शाखा औद्योगिक क्षेत्र देवास में खाता क्रमांक 890110100009574 पर संचालित था, मेरे पति का स्वर्गवास दिनांक 17.08.2020 को हो चुका है और मैं उनकी वैधानिक पत्नि होकर वैध वारिस हूँ। मेरे द्वारा विगत् 4 वर्षों से बैंक ऑफ इंडिया शाखा औधोगिक क्षेत्र पर सम्पर्क किया जा रहा है और बैंक अनुसार मांगे गये सभी आवश्यक दस्तावेज एवं नोटराईज्ड दस्तावेज वैधानिक स्टॉम्प ड्युटी के साथ जमा किये गये है। किन्तु बैंक कर्मचारियों द्वारा मेरे पति के खाते में जमा धनराशि मेरे बैंक खाते युनियन बैंक क्रमांक 373502010021563 में आज दिनांक तक जमा नही की गई है जिससे मैं बहुत परेशान हूँ मेरी वृध्दा अवस्था है और बैंक कर्मचारी पिछले 4 वर्षो से चक्कर पे चक्कर लगवा रहे है। बैंक में कोई सीधे मुह बात नही करता है मुझे घण्टो बिठाकर रखते है और कोई बहाना बनाकर मुझे वापस लौटा देते है। दिनांक 24.12. 2024 को मेरे द्वारा कलेक्टर को जन सुनवाई में शिकायत की गई थी जिस पर मुझे 2 दिन बाद बैंक मैनेजर के पास जाने हेतु कहा गया था तब मैं 2 दिन बाद बैंक गई तो बैंक मैनेजर ने मुझे संबंधित कर्मचारी के पास भेज दिया फिर कर्मचारी मुझसे पुनः नोटरी किये हुवे दस्तावेज जिनमें मांगने लगे, मैने बताया कि उपरोक्त दस्तावेज मेरे द्वारा जून 2023 में बैंक में जमा कर दिये गये है तो वह कर्मचारी बोला की फिर बनवाकर देना पड़ेगें नही तो तुम्हारे रूपये नही मिलेगें। बैंक कर्मचारियों द्वारा मुझसे बार बार दस्तावेज मांग कर परेशान किया जा रहा है जिससे मुझे आर्थिक नुकसान हो रहा है अभी तक दस्तावेजों पर लगभग 3000 रू. खर्च हो चुके है। किन्तु बैंक कर्मचारीयों द्वारा मेरे खाते में आज दिनांक तक मेरे पति की राशि जमा नही की गई है। महिला ने बैंक कर्मचारियों पर आरोप लगातेे हुए बताया कि शायद बैंक कर्मचारियों द्वारा मेरी राशि गबन करने के आश्य से मुझे विगत कई वर्षो से टाल-मटोल की जा रही है, हो सकता है कि बैंक मैनेजर के साथ बैंक कर्मचारीयों ने मिलकर मेरी राशि गबन कर ली हो इसी कारण 4 वर्षो से मुझे मानसिक रूप से परेशान किया जा रहा है। जिसकी जांच की जाकर बैंक कर्मचारीयों के विरुध्द प्रथम सुचना रिपोर्ट दर्ज करवाई जाकर मेरी राशि मुझे प्रदान करवाई जावे। माहेश्वरी सिंह न जिलाधीश से अनुरोध किया है कि उक्त कर्मचारी के विरुध्द कार्यवाही कर मेरे उपरोक्त खाते में मेरे स्वर्गवासी पति के नाम पर जमा धनराशि प्रदान करवाने की कृपा करें।