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देवास नगरपालिका निगम के कर्मचारियों का बिगड़ रहा हैं सिबिल

 देवास नगर पालिका निगम देवास में निर्धारित समय पर वेतन नहीं मिलने के कारण नगर पालिका निगम के कर्मचारी हो रहे हैं परेशान नगर पालिका निगम में नई व्यवस्थाओं के तहत कर्मचारियों को समय पर वेतन का भुगतान नहीं किया जा रहा जिससे कि कर्मचारियों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है 

 गौरतलब है कि पूर्व में देवास नगर पालिका निगम के कमिश्नर रहे विशाल सिंह के समय नगर पालिका निगम कर्मचारियों को वेतन निर्धारित समय पर मिल जाता था उनके कार्य करने की प्रक्रिया इस प्रकार थी  

 उनके समय में ठेकेदारों को उनके कार्यों का भुगतान 1 तारीख से 20 तारीख के मध्य में किया जाता था जिससे कि नगर निगम के द्वारा शहर इतना चलाये जा रहे विकास कार्यों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता था और 21 तारीख से 30 तारीख के मध्य में सभी कर्मचारियों को वेतन दे दिया जाता था

 इससे क्या फायदा होता था कि जिन भी कर्मचारियों को जिन्होंने अपने मकान वह अन्य सामान जो की किस्तों पर उठाए हैं बैंकों में उनकी खाते की स्थिति सही बनी रहती थी उनका सिबिल स्कोर खराब नहीं होता था लेकिन आज की तारीख में ऐसा कोई सिस्टम नगर पालिका निगम देवास में नहीं चल रहा है जिससे कि नगरपालिका निगम के कर्मचारियों को अपने सिविल को बनाए रखने के लिए अन्य लोगों से उधार लेकर अपने खातों में किस्तों का पैसा जमा करना पड़ता है जिससे उनका मासिक खर्च भी बढ़ रहा है

 जहां एक और नगर पालिका निगम देवास अपने पैसों के लिए रोना रो रहा है वहीं दूसरी ओर अपने चाहते ठेकेदारों को भुगतान भी कर रहा है लेकिन कर्मचारियों को समय पर पैसा देना उसकी जवाबदारी ही नहीं अभी तो जिम्मेदारी भी है जिससे कि जो कर्मचारी पीड़ित हो रहे हैं उनका दर्द समझना भी उसकी जिम्मेदारी है

 कुछ ऐसे ही व्यवस्था नगर निगम महापौर और नगर पालिका निगम कमिश्नर को करनी चाहिए कि एक निर्धारित समय में ठेकेदारों को भुगतान किया जाए और बात के दिनों में से कर्मचारियों को वेतन का भुगतान किया जाए 

 जहां एक और नगर निगम अपनी आय बढ़ाने के लिए कोई खास प्रयत्न नहीं कर रहा है वहीं दूसरी ओर जो काफी सारे बकायादार जो पुराने बकायेदार हैं जिसमें औद्योगिक क्षेत्र व शहर के मध्य के कई गांड मारने जिनके ऊपर लाखों रुपया संपत्ति का जलकर का पूरे शहर में बकाया है उन पर कोई कड़ी कार्यवाही राजनीतिक दबाव के चलते नहीं कर पा रहा यदि ईमानदारी से प्रयास किए जाएं तो देवास नगर पालिका निगम की वित्तीय स्थिति सुधर सकती है वहीं दूसरी ओर नगर पालिका निगम के कर्ताधर्ता नगर निगम के खर्चों पर प्रयागराज महाकुंभ में भी जाकर स्नान कर रहे हैं जबकि यह बेफिजूली का खर्चा है।